000 | nam a22 7a 4500 | ||
---|---|---|---|
999 |
_c313767 _d313767 |
||
003 | IARI | ||
020 | _a9788171193073, खंड 1 | ||
020 | _a9788183616744 | ||
080 |
_a928 _bवा23जू |
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100 | _a वाल्मीकि, ओमप्रकाश | ||
245 |
_aजूठन, (दो खंडों में) _cओमप्रकाश वाल्मीकि |
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250 | _a10वाँ सं० | ||
260 |
_aदिल्ली _bराधाकृष्ण प्रकाशन _c2019 |
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500 | _aखंड 1: जूठन : आत्मकथा, 163पेज ; खंड 2: जूठन : आत्मकथा, 151पेज ; | ||
500 | _aहिंदी दलित साहित्य की एक विशिष्ट उपलब्धि के रूप में व्यापक रूप से स्वीकृत आत्मकथात्मक कृति | ||
901 | _aHL-6630 | ||
901 | _aHL-6629 | ||
942 |
_2udc _cHB |