श्रेष्ठ हास्य-व्यंग्यः निबन्ध
काका हाथरसी एवं शरण, गिरीराज
श्रेष्ठ हास्य-व्यंग्यः निबन्ध - दिल्ली प्रभात प्रकासन 1981 - 175पृ.
891.437 / का121श्रे
श्रेष्ठ हास्य-व्यंग्यः निबन्ध - दिल्ली प्रभात प्रकासन 1981 - 175पृ.
891.437 / का121श्रे