आत्मनिर्भर भारत

मोइली, वीरप्पा

आत्मनिर्भर भारत वीरप्पा मोइली अनुवादक रमेश कपूर - नई दिल्ली राजकमल प्रकाशन 2014

खंड 1 : आत्मनिर्भर भारत : कृषि विकास का भावी खाका, 243पेज ; खंड 2 : आत्मनिर्भर भारत : जीवन का अमृत, 191पेज ; खंड 3 : आत्मनिर्भर भारत : राष्ट्र का विद्युतीकरण, 175पेज ; खंड 4 : आत्मनिर्भर भारत : ज्ञान की रोशनी, 239पेज

9788126726646, खंड 1 9788126726653, खंड 2 9788126726660, खंड 3 9788126726677, खंड 4

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